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  Design Tools and Programing Language 

(डिजाईन टूल्स)

इस लेख में आप आप पढेंगे   Design Tools (डिजाईन टूल्) के बारे में


  Design Tools

(डिजाईन टूल्स)

1- डिजाईन टूल्स : किसी भी प्रोग्राम को लिखने से पहले उसी के अन्तर्गत होने वाले इनपुट (Input), आउटपुट डेटा (Output Data) का प्रवाह तथा लाजिक का निर्धारण करना होता है. इसके लिए हमें डिजाईन टूल्स की आवश्यकता पड़ती है. ये डिजाईन टूल्स (Design Tools) निम्नलिखित होते हैं.

डी एफ डी (DFD- Data FlowDiagram) : DFD किसी प्रोसेस या सिस्टम में डेटा के प्रवाह का चित्रात्मक प्रदर्शन है. इसमें सिस्टम में कंट्रोल का प्रवाह न दिखाकर डेटा के प्रवाह को चित्रित करते हैं.

Data Flow (डेटा फ्लो): इसे तीर के चिन्ह वाली रेखा से प्रदर्शित करते हैं. यह सिस्टम में डेटा प्रवाह की दिशा बताता है.

Process (प्रक्रिया): यह आने वाली डेटा प्रवाह को जाने वाली डेटा प्रवाह में बदल देता है. इसके अन्दर प्रोसेस के निर्देश होते हैं.

Connector (कनेक्टर): विशाल प्रोग्राम के एक पृष्ठ से अधिक के फ्लो चार्ट को कनेक्टर के द्वारा जोड़ा जाता है.

Decision (निर्णय): यह लॉजिकल प्रक्रिया को प्रदर्शित करता है जिसका परिणाम हाँ (Yes) या न (No) होता है. 

Input/Output (इनपुट/आउटपुट): यह प्रोग्राम में इनपुट तथा आउटपुट को दर्शाता है.

Data Store (डेटा स्टोर): यह डेटा के संग्रह को दर्शाता है.

Algorithm (एल्गोरिदम): कंप्यूटर की सहायता से कोई भी कार्य को संपन्न करने के लिए प्रोग्राम या निर्देश के समूह की आवश्यकता होती है. प्रोग्राम लिखने के लिए हमें एक-एक करके बताना पड़ता है. Algorithm (एल्गोरिदम) में कोई गलती होने पर गलत रिजल्ट प्राप्त होता है, जिसे Logical error कहा जाता है.

Flowchart (फ्लोचार्ट): यह Algorithm (एल्गोरिदम) या Process (प्रोसेस) का चित्रात्मक प्रदर्शन है.

Pseudocode (सुडोकोड): इसे प्रोग्राम डिजाईन लैंग्वेज भी कहा जाता है जो फ्लोचार्ट का एक विकल्प होता है. इसमें लाजिक को अंग्रेजी की तरह लिखा जाता है.

 


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