आकर (Size) के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार

 

आकर (Size) के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार

कम्प्यूटर के प्रकार (Types of Computer)

Types of Computer | Types Computer in Hindi

कम्प्यूटर के प्रकार अलग – अलग चीजों के हिसाब से निर्धारित किया गया है,

जैसे –

1 – अनुप्रयोग (Application) के आधार पर

2 – उद्द्येश्य (Purpose) के आधार पर

3 – आकार (Size) के आधार पर

पिपिछली लेख में हमने पढ़ा था  अनुप्रयोग (Application) के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार एवं उद्द्येश्य (Purpose) के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार और आज की इस लेख में हम जानेंगे आकार (Size) के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार.

    3 – आकार (Size) के आधार पर

(i) – माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer):

      यह एक ऐसे कम्प्यूटर होते हैं जिसे आराम से एक मेज (Desk) पर रखा जा सकता है. ऐसे छोटे कम्प्यूटर का विकास सन्न 1970 ई. में माइक्रो प्रोसेसर के अविष्कार के साथ हुआ, माइक्रो प्रोसेसर के आने से सस्ते और आकर में छोटे कम्प्यूटर बनाने में संभव हुआ. इन कम्प्यूटर को पर्सनल कंप्यूटर भी कहा जाता है,

माइक्रो कम्प्यूटर के उदाहरण हैं- डेस्कटॉप, लैपटॉप, टेबलेट पीसी और वर्कस्टेशन.

(ii) – मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer):

      मिनी कम्प्यूटर आकर एवं क्षमता में भी माइक्रो कम्प्यूटर से बड़े होते हैं. सबसे पहले मिनी कम्प्यूटर सन्न 1965 ई. में तैयार किया गया था. एक ओर माइक्रो कम्प्यूटर में CPU होता है वहीँ मिनी कम्प्यूटर में एक से अधिक CPU होते हैं. और मिनी कम्प्यूटर पर एक से अधिक व्यक्ति एक साथ कार्य कर सकते हैं इनका प्रयोग छोटी या माध्यम आकार की कंपनियां करती हैं.

(iii) – मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computer):

      ये कम्प्यूटर आकर में बहुत बड़े होते हैं. बड़ी कंपनियों में मेनफ्रेम कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है. एक नेटवर्क में कई कम्प्यूटर को आपस में जोड़ा जा सकता है, इसमें कई युजर एक साथ कार्य कर सकते हैं. इस कम्प्यूटर में नोड डॉट जेएस (Nod.js) नामक एक सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाता है.

(iv) – सुपर कम्प्यूटर (Super Computer):

            यह अन्य सभी श्रेणियों माइक्रो कम्प्यूटर, मिनी कम्प्यूटर और मेनफ्रेम कम्प्यूटर की तुलना में अत्यधिक बड़े, अधिक संग्रह क्षमता एवं सबसे अधिक गति वाले होते हैं. इनका आकार एक सामान्य कमरे के बराबर होता है, सुपर कम्प्यूटर (Super Computer) का उपयोग बड़े वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं में शोध कार्यों के लिए होता है. सन्न 1998 ई. में भारत में सीडेक द्वारा एक सुपर कम्प्यूटर (Super Computer) बनाया गया जिसका नाम था परम–10000 इसकी गणना क्षमता 1 ख़रब प्रति सेकंड थी आज भारत का विश्व में सुपर कम्प्यूटर के क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम है.

 

 

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